मुख्य परीक्षा 2022 : टली अब मार्च में होने वाली वार्षिक परीक्षाएं अब मई से जून के बीच होंगी
नमस्कार दोस्तों इस बर्ष भी कोरोना का कहर जारी है लगातार बढ़ते कोरोना के मामले देश और समाज के लिए नया संकट पैदा कर रहे है पिछले 2 सालो से हम covid महामारी से गुजर रहे है जिसका नुकसान हुम सब ने देखा है ये बर्ष देश के लिए चुनौती पूर्ण थे अभी देश पूरी तरह से संभल भी नहीं पाया की covid का नया वैरिएंट ओमिक्रोम आ चूका है देश में covid के मामले तेजी से बड रहे है इसी बीच हमारे स्कूल और कॉलेज की एग्जाम का मामला आ जाता है अब यदि ऑफलाइन एग्जाम होते है तो आप समझ सकते है की संक्रमण का खतरा कितना हो सकता है छात्र लगातार ज्ञापन दे रहे है वही सरकार भी चिंतित है इसी बीच कुछ यूनिवर्सिटी ने परीक्षा कैंसिल कर दी है क्या है पूरा मामला जाने विस्तार से.
ओपन बुक पैटर्न और ऑफलाइन परीक्षा पर निर्णय 15 जनवरी तक
मप्र में कॉलेज की परीक्षाओं को लेकर एक बार फिर असमंजस बन गया, क्योंकि पिछले 2 साल की तरह इस बार भी ठीक जनवरी में कोरोना की तीसरी लहर आ गई है। ऐसे में एग्जाम अब 5 महीने आगे बढ़ेंगे। सोमवार को प्रदेश के मुख्य 6 विवि में परीक्षा की तैयारियों को लेकर बैठक हुई। इसमें 2 मद्दों पर चर्चा हुई। पहला एजेंडा यह था कि वार्षिक परीक्षाएं कब से करानी है? अब तक यह परीक्षाएं मार्च में होनी थीं, लेकिन तीसरी लहर के साथ ही इन्हें आगे बढ़ाने पर लगभग सहमति बन गई है। ऐसे में साफ है कि यह परीक्षाएं मई से जून के बीच होंगी। बताया जा रहा है कि 15 जनवरी तक ऑफलाइन व ओपन बुक पर निर्णय हो जाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अभी मप्र में ऑफलाइन परीक्षा के हिसाब से सभी विवि की तैयारियां हैं। यदि हालात बिगड़ते हैं तो बच्चों के हित में निर्णय लेंगे।
विश्विद्यालय ने स्थगित की परीक्षाएं छात्र संगठन के बाद लिया निर्णय
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय ने चार जनवरी से आयोजित होने वाली स्रातक, तृतीय, पंचम, सप्तम एवं नवम सेमेस्टर परीक्षा को स्थगित कर दिया है। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय मंगलवार से सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित कराने जा रहा था। जिसके बाद छात्र संगठनों ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए परीक्षा ओपेन बुक पद्धति से कराने या परिस्थितियां सामान्य होने तक परीक्षा आयोजित न कराने की बात कही थी। इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश सचिव अभिषेक तिवारी ने कहा कि अगर परीक्षाएं और छात्र संक्रमण की चपेट में आए तो जिम्मेदारी आपको लेनी होगी। जिसके बाद छात्रों और विश्वविद्यालय प्रबंधन के बीच में सार्थक चर्चा हुई और सहमति से परीक्षा की डेट को आगे बढ़ाने की बात कही गई। इसके बाद विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव अधि सूचना जारी करते हुए आगामी परीक्षा कार्यक्रम जारी होने तक परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है।
दोस्तों वास्तव में देश संकट से गुजर रहा है यदि छात्र संक्रमित होते है तो बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है क्योकी छात्र ही देश का आने वाला भविष्य है वर्तमान में उनकी सुरक्षा करना सरकार की बहुत बड़ी जुम्मेदारी है हम सबको मिलकर साथ देना चाहिए और छात्रों के हितों का ध्यान रखना चाहिए.
LIVE Updates Today : भारत में कोरोना से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स
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